रविवार, 20 दिसंबर 2009

क्यो सच्चे मन से माँगने के लियें उस मालिक के दर पर जाने कि जरुरत है ॥

क्यो सच्चे मन से माँगने के लियें उस मालिक के दर पर जाने कि जरुरत है अरे मै कहता हूँ अगर सच्चे मन से ही मांगना है तो वो तो यही पर बैठे बैठे ही मिल सकता है क्योंकि आप में भी तो परमात्मा का वास है और सच्चे मन से मांगी हुई मुराद तो उस के दर तक जाती है तो फिर उसके दर पर जाने कि जरुरत ही नहीं है अगर सच्चा मन है तो , और अगर झूठा मन है तो दर पर भी जाकर कुछ नहीं मिलता। क्या आप अपने अन्दर के परमात्मा को इतना छोटा समझते हो कि वो आप कि मुराद पूरी नहीं कर सकता , अरे आत्मा भी तो परमात्मा का ही अंश है ........

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