शुक्रवार, 4 सितंबर 2009

चंदन धारवाल जी के सवाल का जवाब देने की कोशिश कर रहा हूँ प्रश्न : सीक्रेट ऑफ़ लाइफ और हम माया की दुनिया में क्यों है जब ये भागवान की ही तो माया है। हम क्यों जी रहें हैं ............. सबसे पहले तो जीव क्या हैं ? जीव जीवात्मा हैं जिसे जन्म और मरण के बिच में कुछ अन्तराल तय करना है इस शरीर में आकर, और वह अपना जन्म ख़ुद निश्चित करता है अपने कर्मो के अनुसार। जी हाँ आपके ही कर्म उत्तरदायी होते हैं आपके। जहाँ तक माया का सवाल है ये तो जरूरी हैं क्योंकि इसके अभाव में व्यक्ति कर्म कैसे करेगा क्योंकी इसी में तो कम , क्रोध, लोभ , मोह आता हैं और इसी के बीच आपको कर्म करना हैं ................. सीक्रेट ऑफ़ लाइफ यही है की एक जीवात्मा को एक देह धारण करना होती है और वह अपने कर्मो के हिसाब से उसे धारण कर लेता हैं। जीवन तो जीना ही है पर इस माया से बचाकर.... इसके लियें इसी पेज पर आर्टिकल पढ़े " कैसे जीवन जीना हैं इस माया की दुनिया में"।

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