रविवार, 18 अक्टूबर 2009
मेरी बात पर ध्यान दो .........
मेरी बात पर ध्यान दो ...................
वैराग्य क्या है ?
वैराग्य उत्पन्न होना मतलब सांसारिक वस्तुओ से मोह का नष्ट होना, फिर वो चाहे काम, क्रोध,लोभ, मोह ही क्यो न हो... और वैराग्य जीवन के किसी भी चरण में उत्पन्न हो सकता है और यह उस परम पिता परमेश्वर की कृपा से ही होता है क्योंकि वैराग्य ही उस परम पिता परमेश्वर के निकट जाने का रास्ता है .....
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1 टिप्पणी:
आभार इन विचारों का.
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