शनिवार, 2 अप्रैल 2011

उपवास का मतलब



सद्गुरु की कृपा से
उपवास का मतलब .......
जी हाँ आज तक आपने उपवास मतलब सिर्फ अपने आप को खाने से रोकना समझा है लेकिन मैंने अपने सद्गुरु की कृपा से इसको दो प्रकार से परिभाषित किया है ...
१. उपवास मतलब उस इष्ट की " उपस्थिति में वास करना जिसका आपने उपवास किया है ". मतलब आपको हर समय उस अपने इष्ट की उपस्थिति का एहसास होना उस दिन की वो आपके पास है और आपको उसकी आराधना करना है इस तरह से की वो पल पल आपको देख रहा है इसलियें आप जो भी कम करे उस दिन वो इस तरह से हो की वो उसकी नज़रो में आपका अच्छा स्थान बनायें "
२. उपवास मतलब " उस परम सत्ता के विराट अस्तित्व का उपभाग बनकर वास करना" मतलब जब कोई इस तरह उपवास का मतलब समझकर उपवास करता है तो वो भी उस दिन उतना ही पवित्र हो जाता है जितना की वो परम सत्य.

1 टिप्पणी:

RAJNISH PARIHAR ने कहा…

उपवास का मतलब एक दिन भूखा रहना ही माना जाता है ,पहली बार उपवास को विस्तार से जाना है....